जानिए भगवान कृष्ण के पृथ्वी लोक पर किस तरह जन्म लिए और अपनी अद्भुत लिलाओ से दुष्टो का संहार किया

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का rj news rituraj पर दोस्तों आज जन्माष्टमी है और आज ही के दिन हिंदू धर्म के सबसे बड़े भगवान भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था 

Shree krishna

 भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को हुआ था उनका जन्म जिस वक्त हुआ था वह रोहिणी नक्षत्र में था तो दोस्तों जन्माष्टमी या फिर कृष्णाष्टमी के इस शुभ अवसर पर आज हम भगवान श्री कृष्ण के बारे में कुछ रोचक जानकारी आपको देने वाले हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको भगवान कृष्ण से जुड़ी ढेर सारी जानकारियां मिलेंगी दोस्तों भगवान कृष्ण के जन्म की भविष्यवाणी बहुत सारे ऋषि यों ने उनके जन्म से कई समय पहले ही कर दिया था धर्म ग्रंथों की माने तो जब मथुरा के राजा कंस अपनी बहन देवकी और बहनोई वासुदेव को रथ से घुमा रहे थे उसी वक्त एक जोर की आकाशवाणी हुई इस आकाशवाणी में आसमान से यह आवाज आई की है कम आज जिसे तू अपने रथ पर बैठा कर ले जा रहा है उसी का आठवां पुत्र तेरा वध करेगा दोस्तों कंस अपनी बहन देवकी से बहुत प्रेम करता था लेकिन इसके बावजूद उसने देवकी और उनके पति वासुदेव को कारागार में डाल दिया जिसके बाद निर्धारित समय पर भविष्यवाणी के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म उसी कारागार में हुआ इसमें भी एक रोचक कहानी आती है जब भगवान कृष्ण का जन्म हुआ उस वक्त भगवान कृष्ण का चतुर्भुज रूप माता देवकी और पिता वासुदेव को दिखाई दिए वह चतुर्भुज रूप काफी प्रकाशमान था उस चतुर्भुज रूप ने माता देवकी से कहा कि मैं जो अवतार लेने वाला हूं वह एक दिव्य अवतार होगा और उन्हें यह रास्ता बताया कि किस प्रकार वासुदेव जी भगवान कृष्ण को मथुरा से वृंदावन ले जाएंगे जिसके बाद कठिनाइयों का सामना करके वासुदेव जी ने भगवान कृष्ण को एक टोकरी में रखकर उस कारागार से वृंदावन मैं नंद राय जी के यहां ले गए और उसी दिन उनके यहां जन्मी बच्ची को वहां से मथुरा ले आए इसके बाद तो हम जानते ही हैं कि किस प्रकार भगवान कृष्ण ने लीलाएं की और राजा कंस का वध किया और फिर आगे बहुत सारे कार्य किए दोस्तों अब मैं आपको भगवान कृष्ण के बारे में  आगे जानकारी अगले पोस्ट में बताऊंगा पोस्ट को पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 

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